गांधीजी द्वारा यह स्वीकार करना कि बचपने में वे शर्मीले थे, परंतु बड़े होने पर वे ऐसा महान वक्ता बनें जिसे विश्व ने शायद ही देखा हो। लोगों तक अपनी ईमानदारी, सच्चाई और जोश से पहुंचाने की उनकी योग्यता ने विश्वभर के लोगों को प्रेरणा दी। यहां पर आपको उनके कुछ प्रसिद्ध भाषणों की टेपें भी मिल सकती हैं।