एक बार बंगाल यात्रा पर गए गांधीजी को भारत के लोगों को एक संदेश देने के लिए कहा गया। तो उन्होंने जवाब दिया कि "मेरा जीवन ही मेरा संदेश है"।
"मेरा जीवन ही मेरा संदेश है" गैलरी वह गैलरी है जो गांधीजी अर्थात् महात्मा के प्रेरणादायी जीवन को कालानुक्रम में दिखाने के लिए समर्पित है। इसमें 7 भागों में 250 से अधिक तस्वीरों के माध्यम से उनके जीवन को प्रदर्शित किया गया है जिसमें पोरबन्दर में उनके जन्म (1869) से लेकर उनके पूरे जीवन को शामिल किया गया, उनके द्वारा इंग्लैंड में बिताया गया समय, दक्षिण अफ्रीकी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में उनकी निर्णायक भूमिका और उनके द्वारा भारतीय स्वतंत्रता में निभायी गई कई भूमिकाएं और अंत में 1948 में दिल्ली में उनकी दुखद हत्या को दिखाया गया है। गांधीजी के जीवन और चरित्र पर एक गहरी अंतर्दृष्टि प्राप्त करने के लिए और उनकी विरासत अभी भी बनी हुई है यह बताने के लिए, तस्वीरों के साथ मूल ग्रंथों से उद्धरण प्रदर्शित किए गए हैं।